Homeopathy Book in Hindi PDF | होमियोपैथी पुस्तक डाउनलोड फ्री

दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको Homeopathy Book in Hindi PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाने वाले है, जिसे आप पोस्ट में दिए गए Download Link की सहायता से आसानी से फ्री में Download कर सकते है।

होमियोपैथी एक प्रकार की प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है, जो कि स्वास्थ्य सम्बन्धित बीमारियों के निवारण के लिए आज की चिकित्सा प्रणाली से पूर्णतया अलग है। होमियोपैथी आपको बड़ी से बड़ी बिमारी के लिए सरल तथा सुलभ उपचार उपलब्ध करवाता है।

इस पोस्ट में हम आपको प्राचीन होमियोपैथी पुस्तक उपलब्ध करवाने जा रहे है, जिसके अंतर्गत सभी प्रकार की ओषधियो के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गयी है।

यदि आप होमियोपैथी पुस्तक में बताई गयी प्रभावशाली औषधियों को किस प्रकार स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए उपयोग कर सकते है, के बारे में विस्तृत रूप से जानना चाहते है, तो पोस्ट में दी गयी Pdf Download करके सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते है।

Homeopathy Book in Hindi PDF Details

PDF Title Homeopathy Book in Hindi PDF
Language Hindi
Category Book
PDF Size 71.7 MB
Total Page1207
Download Link Available
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होमियोपैथिक मेटेरिया मेडिका

एबीज केन से श्लेष्मिक झिलिया प्रभावित होती है। इसमें आमाशय सम्बन्धित लक्षण स्पष्ट रूप से पाए जाते है। इसके अतिरिक्त अतिसार की हालत पैदा हो जाती है। विचित्र वस्तुए खाने की इच्छा होती है और सर्दी का बोध होता है, जो इसकी प्रमुख विशेषता है।

खासकर उन स्त्रियों में जिनके गर्भाशय खिसक हो गए हो और संभवत पोषण की कमी से और दुर्बलता के कारण ऐसा हुआ है। श्वास और ह्रदय क्रिया कष्टदायक हो जाती है। हर समय लेटे रहना चाहे।चर्म ठण्डा और सिकुड़ा हो जाता है। हाथ ठन्डे और शीतलता अधिक।

इसके अतिरिक्त दहिना फुफ्फुस और जिगर छोटा और कड़ा मालूम पड़ता है। सुजाक का पुराना स्त्राव। साथ ही सर हल्कापन मालुम होता है, आंशिकनशीलापन, चिड़चिड़ापन।

आमाशय – जिगर की सुस्ती मरमुखे की तरह खाये। कुतरं, भूख उदारध में भारी दुर्बलता। भूख की ज्यादती, मांस, चटनी, गाजर, शलजम, लोकाठ और मोठे अन्न के लिए ललचाये। हजम कर सकने की शक्ति से अधिक खाने की परवर्ती। अफारे के कारण ह्रदय की गति में बाधा पड़े। दाए कंधे के जोड़ में दर्द और कोष्ठबद्धता, जिसमे मलमार्ग में जलन भी हो।

एसिटिक एसिड

यह दवा प्रबल रक्तहीनता पैदा करती है, साथ ही शोध के कुछ लक्ष्ण, बहुत कमजोरी, अक्सर ग़शी, सांस की तंगी, दिल की कमजोरी, अधिक पेशाब और पसीना, किसी भाग से अधिक रक्तस्त्राव, दुबला, पिले शरीर वालो में खासकर उपयोगी है। इसके अतिरिक्त पेशिया ढीली हो गयी हो। शारीरिक दुर्बलता और क्षय।

एसिटिक एसिड शरीर के किसी भाग में एलुमिनुस (अंडे की सफेदी जैसा तत्व) और फाइब्रिनस (रेशेदार तत्व) होने को गला देता है। कौशिक विद्रधि में, खाने और लगाने के काम आता है। सुजाक विष दोष जबकि जोड़ो पर गोल गांठे पड़ जाए।

मन – चिड़चिड़ापन, व्यावसायिक चिंता।

सिर – स्नायविक सर दर्द, निद्राकारी ओषधिया के दुरूपयोग से आधा सर दर्द। प्रलाप के साथ सिर में रक्त दौड़े। कनपटी को रक्त नलिकाएं फूली हो। जीभ की जड़ में आर-पार दर्द।

चेहरा- पीला, मोम जैसा, मुरझाया हुआ, आँखे धंसी हुई। चमकदार लाल, पसीने से तर, होठ पर कैंसर, गाल गरम् और लाल।

होमियोपैथिक चिकित्सा के लाभ

यदि आप होमियोपैथिक चिकित्सा से अपने बिमारी का इलाज करवाते है तो यह आपके लिए काफी असरदार साबित होती है। इस चिकित्सा के माध्यम से आप किसी भी बड़े रोग का निवारण कर सकते है। जैसे यदि आपको पतरी है और आप इस चिकित्सा के माध्यम से अपना इलाज करवाते है तो आप आपको दुबारा इस बिमारी से झूझने की कोई समस्या नहीं रहती है।

यदि आप आयुर्वेदिक दवाइयों का बराबर सेवन करते है तो आपके शरीर के अंदर निहित पतरी का क्रिसटल छोटे-छोटे भागो के रूप में विभाजित हो जाता है तथा यह मूत्र विसर्जन के दौरान बाहर आ जाता है। इस प्रकार आपका किडनी स्टोन का खतरा कम हो जाता है।

इसी प्रकार होमियोपैथी कई प्रकार की बीमारियों के लिए फ़ायदेबंद है। उदाहरण के लिए एक निश्चित समयांतराल पर होने वाले मुहावसे, गांठिया रोग, जोड़ो में दर्द आदि प्रकार की बीमारियों के लिए होमियोपैथी की दवाइयों का सेवन कारगर साबित हुआ है।

FAQs :- Homeopathy Book Hindi PDF

Homeopathy Book in Hindi PDF Free Download कैसे करे?

यदि आप होमियोपैथी पुस्तक Pdf रूप में प्राप्त करना चाहते है तो पोस्ट में दिए गए Download Link पर क्लिक करके आसानी से फ्री में Download कर सकते है।

होम्योपैथिक में कौन कौन सी बीमारी का इलाज होता है?

होमियोपैथिक के अंतर्गत हेपेटाइटिस, र्हिनिटीज़, इंफ्लुएंजा, क्ंजंक्टीवाइटीस, इरपटिव फीवर्स (चेचक, खसरा, हरपेस ज़ोस्टर) आदि बीमारियों का उपचार किया जाता है।

क्या होम्योपैथी तुरंत काम करती है?

होमियोपैथी मुख्यतः धीमे रूप से असर करती है। इस चिकित्सा प्रणाली में कभी कबर तुरंत असर देखने को भी मिल जाता है। हालांकि बड़ी बीमारियों के लिए इसका असर धीमा दिखाई देता है, क्योकि यह बड़ी बिमारी को जड़ से ख़तम करने की प्रक्रिया में थोड़ा समय लेती है।

होम्योपैथिक दवा लेने का सबसे अच्छा समय क्या है?

होम्योपैथिक दवा का सेवन करने के लिए कोई निश्चित समय निश्चित नहीं किया गया है। लेकिन सामन्य रूप से इन दवाइयों के सेवन का सही समय भोजन ग्रहण करने से आधा घंटा पहले या आधा घंटा बाद में।

Conclusion :-

इस पोस्ट में Homeopathy Book in Hindi PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाई गयी है। साथ ही इस होमियोपैथी नामक प्राचीन चिकित्सा प्रणाली के लाभ के बारे में जानकारी दी गयी है। उम्मीद करते है कि Homeopathy Book in Hindi Pdf Free Download करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई होगी।

यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आयी होगी। यदि आपको Best Homeopathic Book in Hindi Download करने में किसी भी प्रकार की समस्या हो रही हो तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही Best Homeopathy Book in Hindi पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे, ताकि वे भी होमियोपैथी के बारे में जान सके।

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