दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको Maun Muskaan Ki Maar PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाने वाले है, जिसे आप पोस्ट में दिए गए Download Link पर क्लिक करके आसानी से फ्री में Download कर सकते है।
यदि आप भी पुस्तके पढ़ना पसंद करते है तो आशुतोष जी द्वारा लिखी गयी इस पुस्तक को आपको एक बार अवश्य ही पढ़ना चाहिए। यह पुस्तक एक व्यंग्य के रूप में प्रस्तुत की गयी है। इस पुस्तक पर आधारित कहानी से आपको ऐसा अहसास होता है कि इस पुस्तक में वर्णित कहानी आपके इर्द-गिर्द की है।
इस पुस्तक में लेखक आशुतोष जी ने मानवीय जीवन की गहनता से सच्चाई बताने का प्रयास किया है। साथ ही इस पुस्तक में पात्रों का भोलापन, उनकी लाचारता, उनकी चालाकी आदि को लेखक ने जिस प्रकार से प्रदर्शित किया है, जिससे साफ पता चलता है कि लेखक मानवीय जीवन को समझने की अद्भुत क्षमता रखता है।
इस पोस्ट में हम आपको मौन मुस्कान की मार पुस्तक Pdf फॉर्मेट में उपलब्ध करवाने जा रहे है, साथ ही इस पुस्तक का मानवीय जीवन में महत्व क्या है, इसके बारे में जानकारी देने वाले है। यदि आप इस पुस्तक के बारे में विस्तृत रूप से जानना चाहते है तो इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक ध्यानपूर्वक जरूर पढ़े।
Maun Muskaan Ki Maar PDF Details
PDF Title | Maun Muskaan Ki Maar PDF |
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Language | Hindi |
Category | Book |
Total pages | 131 |
PDF Size | 29.8 MB |
Download Link | Available |
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Maun Muskaan Ki Maar | विषय सूचि
- लामचंद की लालबत्ती
- गप्पी और पपी
- गंधी वृक्ष
- आभासी क्रांति
- भक्क नारायण महाराज
- अंतरात्मा का जंतर-मंतर और तंतर
- बीसीपी उर्फ़ भगु पटेल
- आत्माराम विज्ञानी
- राम खा लपटा महाराज
- लाठी गली
- यह कलियुग है
- बिस्पाद गुधोलिया
- चित और वित्
- गुंचाई का गीता ज्ञान
- मै का मोह
- हैप्पी बर्थडे बापू
- तीनबत्ती की सिहासन बतीसी
- अर्थी का अर्थ
- धप्पू
- सब्र का फल और कब्र का फल
- मनोविज्ञान के कुछ क्रांतिकारी सूत्र
- यश और राज की दीवार
- ‘G’ की शक्ति
- मकर संक्रांति नहीं, कर की संक्रांति
- मुरलीबिहारी श्यामबिहारी उर्फ़ बड़े
- मौन मुस्कान की मार
- शोर्टकट और कटशॉर्ट
Ashutosh Rana Book | मौन मुस्कान की मार पुस्तक सार
मै बेहद उत्साह से भरा हुआ था, घर से निकला आज हिन्दू नववर्ष का पहला दिन था और पहले ही दिन मुझे यह ऑफर मिला जिसके लिए मै मन ही मन घनघोर प्रयास के साथ प्रतीक्षा भी कर रहा था।
घर से निकलते है सबसे पहले मुझे भाईसाब के दर्शन हो गए। न वे मेरे सेज भाई और न ही मेरे सौतेले भाई, ये वे भाईसाब थे जिन्होंने अपने आचरण से नहीं, बलिक सर्वत्र विचरण से हमारे पुरे मोहले पर अपना जबरदस्ती अपना भाईसाबपन लादा हुआ था।
उद्देशयहीनता से प्रेरित इस भटकती हुई आत्मा का किसी भी उद्देशय प्रधान व्यक्ति को स्वयं अटका लेना ही प्रमुख उद्देश्य था। उनके साथ उनकी पत्नी भी थी, जो हमेशा ही उनसे करीब दस-पंद्रह फ़ीट पीछे चला करती थी।
जिन लोगो को भाईसाब के वैवाहिक स्टेटस की जानकारी नहीं थी(जिसे वे देना भी नहीं चाहते थे) उनके लिए भाईसाब सिंगल केन मिंगल थे। लोगो को लगता था कि भाईसाब में गजब का आकर्षण है जो यह महिला भाईसाब के मोहिनी से बंधी हुई उनका पीछा करती है।
जबकि भाईसाब को उसमे रत्ती भर भी इंटरेस्ट नहीं था। और जिनको जानकारी थी उनके लिए भाईसाब का जवाब होता था कि स्त्री व्यक्ति नहीं, सत्ता और सम्पति के जैसी होती है, सफल लोग सत्ता और सम्पति के पीछे नहीं भागते, बल्कि सत्ता और सम्पति सदैव सफल आदमी का पीछा करती है।
इसीलिए यह कहा जाता है कि हर सफल आदमी के पीछे एक औरत होती है, तो तुम्हारे भाभी का मेरे पीछे चलना मेरी सफलता का प्रमाणपत्र है।
भाईसाब को सजधजकर रहने का नशा था, उनकी सजावट देखकर हमेशा ही यह लगता कि कोई महान अभिनेता अभी किसी मंच पर अपने अभिनय से दर्शको को भाव से तरबतर करने जा रहा या तरबतर करके आ रहा है।
यदि आप इस पुस्तक को पढ़ना चाहते है तो पोस्ट में दी गयी Pdf निःशुल्क रूप से पोस्ट में डाई Download बटन की सहायता से आसानी से फ्री में Download कर सकते है।
FAQs : Maun Muskaan Ki Maar PDF
Maun Muskaan Ki Maar PDF Free Download कैसे करें?
यदि आप मौन मुस्कान की मार पुस्तक Pdf फॉर्मेट में Download करना चाहते है तो पोस्ट में दिए गए Download बटन पर क्लिक करके आसानी से फ्री में Download कर सकते है।
मौन मुस्कान की मार पुस्तक के लेखक कौन है?
मौन मुस्कान की मार पुस्तक के लेखक आशुतोष राणा है। इन्होने इस पुस्तक में कुल 27 व्यंगो की रचना की है। प्रत्येक व्यंग्य आज ही की भाषा में इंगित है। इन्होने मानवीय जीवन का गहनता के साथ अध्ययन किया है ,जब हम इस पुस्तक को पढ़ते है तो हमे ऐसा अहसास होता है कि इस पुस्तक में निहित कहानी हमारे आस -पास की है।
मूक मुस्कान क्या है?
एक मौन मुस्कान सामान्यतः भावनात्मक तथा बुद्धिमत्ता का परिणाम होती है और यह उस व्यक्ति की परिपक्वता के स्तर पर निर्भर करती है जो संदेश देने के लिए इसे पहनता है।
Conclusion :-
इस पोस्ट में Maun Muskaan Ki Maar PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाई गयी है। साथ ही इस पुस्तक के बारे में संक्षिप्त में जानकारी उपलबध करवाई गयी है। उम्मीद करते है कि Ashutosh Rana Book Pdf Free Download करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई होगी।
आशा करते है कि यह पोस्ट आपको अवश्य ही पसंद आयी होगी। यदि आपको Ashutosh Rana Book Pdf Download करने में किसी भी प्रकार की समस्या आ रही हो तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही इस पोस्ट को अपने दोस्तों को के साथ जरूर साझा करें।
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